किताब लिख कर पैसे कैसे कमायें/ KITAB LIKH KAR PAISE KAISE KAMAYEN
वैसे लिख के पैसे कमाने के तो कई तरीके हैं मगर यह एक्सपर्ट लोगों का काम है और उनके लिये कई प्लेटफार्म हो सकते हैं लेकिन एक आम यूजर के लिये क्या इस फील्ड में कोई विकल्प है? बिलकुल है.. अगर आप इस तरह के लेख लिखते हैं जो किसी स्पेसिफिक क्षेत्र को टार्गेट करते हैं, मसलन एज ए डाॅक्टर स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ लिखते हैं, टीचर हैं और शिक्षा पर ऐसा कुछ लिखते हैं जो छात्रों के काम आ सके, कोई टेक्निकल टैलेंट रखते हैं और तकनीक से सम्बंधित किसी क्षेत्र विशेष के लिये कुछ लिखते हैं, या कोई आर्थिक विशेषज्ञ हैं और बिजनेस सम्बंधित लेख लिखते हैं.. या शायर हैं शायरी लिखते हैं, कवि हैं कवितायें लिखते हैं, व्यंग्यकार हैं व्यंग्य लिखते हैं तो उसे एक किताब का रूप दे कर पब्लिश कर सकते हैं जिससे न सिर्फ आपकी विशेषज्ञता वाले क्षेत्र में दिलचस्पी रखने वाले लोग उस चीज का फायदा उठा सकते हैं बल्कि साथ ही आप पैसे भी कमा सकते हैं।
अब किताब छपवाना बड़ा महंगा प्रोसेस है और छप भी गयी तो बिकना आसान नहीं, यहाँ तक कि वह लागत भी निकालनी मुश्किल होगी जो इस पर व्यय होगी। कोई भी पब्लिकेशन बिना पैसे लिये किताब नहीं छापेगा तो इस सिलसिले में बेहतर ऑप्शन यह है कि बिना कोई पैसे खर्च किये किताब को ईबुक का रूप दें और उसे पब्लिश करें। इस पूरे प्रोसेस में एक तरह से तीन चरण आयेंगे… पहला किताब को प्रोफेशनली डिजाईन करें, कवर डिजाइन करें। दूसरा किताब को तीन-चार प्लेटफार्म्स पर अपलोड करें.. जो अमेजाॅनकिंडल, स्मैशवर्ड, गूगल प्ले बुक और इंस्टामोजो के रूप में मिलेंगे। तीसरा पब्लिश होने के बाद किताब को प्रमोट करें जिसके कई तरीके हो सकते हैं।
इस लेख में सभी तरह के प्रोसेस की आपको पूरी जानकारी मिलेगी।
स्मैशवर्ड के साथ एक फायदा यह है कि यहां अपलोड की हुई किताब स्मैशवर्ड के पार्टनर्स एपल, कोबो, बार्नेस एंड नोबल और सोनी जैसे वर्ल्ड लेवल प्लेटफॉर्म्स पर भी ऑटो अपलोड हो जाती है। इसके सिवा गूगल प्ले पर भी अपलोड कर सकते हैं।
ईबुक कैसे डिजाइन करें/E-BOOK KAISE DESIGN KAREN
साधारण भाषा में ईबुक किसी टेक्स्ट फाईल के पीडीएफ फार्मेट को ही कहते हैं और जब आप उसे पीडीएफ में कनवर्ट करते हैं तो वह सामान्यतः अपने आप उस रूप में ढल जाती है जिस रूप में आप उसे वर्ड फाईल के रूप में सेव करते हैं लेकिन इसमें कई चीजें ऐसी हैं जिन पर आपको विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। साधारण वर्ड फाईल अलग-अलग सिस्टम्स पर अलग ढंग से खुल सकती है जबकि पीडीएफ सभी सिस्टम पर समान रहती है।
यहां एक बात यह समझ लीजिये कि आपको वर्ड की फाईल ही प्रोफेशनली डिजाईन करनी पड़ेगी, क्योंकि जिन तीन-चार प्लेटफार्म्स पर आपको अपनी ईबुक अपलोड करनी हैं उनमें सिर्फ इंस्टामोजो और गूगल प्ले पर ही आपकी पीडीएफ फाईल अपलोड हो पायेगी जबकि किंडल पर सीधे वर्ड की फाईल अपलोड करनी पड़ती है जो किंडल खुद कनवर्ट करता है और अगर उसका प्रारूप सही न हुआ तो अपलोड होने के बाद वह रीडर्स को कुछ की कुछ दिखेगी।
और इन तीनों से अलग स्मैशवर्ड पर फाईल के यह दोनों ही वर्शन या अपलोड नहीं होंगे या वर्ड फाईल के रूप में हुई भी तो वह प्रीमियम कैटेलाॅग (जिसमें एपल, सोनी, कोबो जैसे पार्टनर प्लेटफार्म्स इनक्लूड हैं) में जगह नहीं पायेगी। यहां आपको कैलिब्रे पर डिजाईन की हुई ईपब फाईल अपलोड करनी होगी ताकि वह सभी प्लेटफार्म्स पर एक जैसी पढ़ी जा सके। तो चलिये बात करते हैं सबसे पहले किसी टेक्स्ट फाईल को ईबुक के रूप में ढालने की।

ईबुक का फार्मेट क्या होना चाहिये/ E-BOOK KA FORMAT KYA HONA CHAHIYE
यूं तो आप कोई भी पेज साईज रखें, पीडीएफ, ईपब या किंडल फार्मेट में कनवर्ट होने पर वह अपने आप स्क्रीन के हिसाब से ढल जाती है लेकिन बेहतर यह है कि खुद ही वह शेप साईज दे लें जो मोस्टली रीडर्स पढ़ते हैं यानि एक स्मार्टफोन की स्क्रीन के हिसाब से, जिससे आपको खुद अंदाजा रहे कि आपकी फाईल में कौन सी चीज कहाँ और कैसी दिखेगी।
उसके लिये सारे कंटेंट को जिस भी पेज साईज की फाईल में रखे हैं, फाईल के “लेआउट” के फंक्शन टैब में जा कर कस्टम्स मार्जिन पे क्लिक करें और यहाँ खुलने वाली पाॅप अप में मार्जिन टाॅप 1.27 cm, बाॅटम 0.51 cm, लेफ्ट और राईट मार्जिन भी 0.51cm कर लें, ओरियंटेशन पोर्ट्रेट ही रखें, “पेपर” साईज में विड्थ 8.89 cm, और हाईट 15.24 cm रखें, “लेआउट” में सेक्शन स्टार्ट> न्यू पेज, ऑड इवन या डिफ्रेंट फर्स्ट पेज पे टिक करने की जरूरत नहीं। हेडर फुटर दोनों मार्जिन 0.25 cm रखें और सबसे नीचे “अप्लाई टु होल डाक्युमेंट” कर के ओके कर दें।
अब आपकी फाईल एक स्मार्टफोन के हिसाब से ढल जायेगी जो आगे किसी भी सिस्टम पर जरूरत के मुताबिक टैबलेट या डेस्कटॉप/लैपटाॅप की स्क्रीन के हिसाब से भी फिट हो जायेगी। अब इस फाईल में एक ध्यान आपको यह देना होगा कि पैराग्राफ़ मार्कर ऑन कर लें, जिससे आपको गैरजरूरी स्पेसिंग, लाईन गैप या पेज ब्रेक और सेक्शन दिखते रहें।
पहले पेज पर किताब और लेखक का नाम, दूसरे पेज किताब से सम्बंधित थोड़ी बहुत इनफार्मेशन, तीसरे पर कोई डेडिकेशन है तो, चौथे से किताब के बारे में जो कहना हो, पांचवे में कंटेंट सम्मरी और छठे से आपकी किताब स्टार्ट होती है। यहां इस गिनती का मतलब सिर्फ पेज न समझिये बल्कि इन्हें आपको “लेआउट” में जा कर “ब्रेक” फंक्शन से “नेक्स्ट पेज” के द्वारा सेक्शन ब्रेक करना होगा। यह ईबुक के लिये सबसे जरूरी चीज है वर्ना आपका किसी भी पेज का कंटेंट किसी भी पेज में घुसा रहेगा।
हर नया पेज जो आप सेपरेट पेज के तौर पर देखना चाहते हैं, उसे न आपको इंटर बटन से बनाना है, न कंट्रोल+इंटर के जरिये पेज ब्रेक से, बल्कि “नेक्स्ट पेज” के जरिये सेक्शन ब्रेक करके ही बनाना है। इसके सिवा भी कुछ चीजें आपको ध्यान में रखनी हैं, कि कोई भी हेडिंग जो आपको सेंटर में रखनी है वह “होम” के पैराग्राफ़ सेक्शन से रखनी हैं न कि स्पेस से खिसका कर। कंटेंट को जस्टिसफिकेशन भी यहीं से देनी है और सारे मैटर को सलेक्ट करके स्पेसिंग टैब में लाईन स्पेसिंग पर जा कर हिंदी मैटर है तो “एटलीस्ट 15 pt, और अंग्रेजी है तो 13 pt कर लीजिये। बाकी कंटेंट का फोंट साईज हिंदी में 9 और अंग्रेजी में 10 रख सकते हैं।
यहाँ दो प्वाईंट काबिले गौर हैं… पहला यह कि पेपरबैक वर्शन की तरह लिमिटेशंस नहीं हैं, आप फाईल में टेक्स्ट के साथ ढेरों कलर्ड/ब्लैक एंड वाईट तस्वीरें और वीडियो भी अटैच कर सकते हैं जिससे पूरी बुक आकर्षक बन सके और दूसरी चीज यह कि ईबुक में दो चीजें और भी एड करनी होती हैं, जो स्मैशवर्ड के सिवा बाकी प्लेटफार्म्स पर भले वैकल्पिक हों मगर ईपब फाईल में कंपलसरी होती हैं। पहली लेखक परिचय और दूसरी लेखक द्वारा लिखी गयी अन्य पुस्तकें या मटेरियल।
ईबुक फार्मेटिंग में सबसे अहम कड़ी होती है बुकमार्क्ड सम्मरी, क्योंकि यह कोई फिजिकल किताब तो है नहीं कि आपने एक सौ बीस पन्नों की किताब में बयासी पन्ने पढ़े थे तो वह पन्ना मोड़ कर रख दिया और जब दुबारा पढ़ना शुरू किया तो वहीं से शुरू कर दिया। ईबुक में आपको यह खास ख्याल रखना होगा कि आपका कंटेंट छोटे-छोटे सेक्शन में बंटा रहे और हर सेक्शन की एक हेडिंग हो जिसे आप बुकमार्क करके बाद में लिंक कर सकें, जिससे रीडर सम्मरी से उस स्पेसिफिक हेंडिंग पर टच कर सके डायरेक्ट इच्छित सेक्शन या पेज में पहुंच सके।

फाईल में हर सेक्शन को बुकमार्क और लिंक कैसे करें/ FILE ME HAR SECTION KO BOOKMARK AUR LINK KAISE KAREN
इसके लिये आप को पहले सेक्शन से शुरुआत करते हुए हर सेक्शन की हेडिंग को सलेक्ट करना है, “इंसर्ट” फंक्शन टैब पर क्लिक कर के “बुकमार्क” के ऑप्शन पे जाना है और वहां उसी हेडिंग के शुरुआती अक्षर या हेडिंग ही बिना स्पेस दिये लिखनी है और एड कर देना है।
अब सम्मरी में यही हेडिंग्स जो आपने लिखी होंगी (यहाँ पेपरबैक की तरह उनके आगे पृष्ठ संख्या नहीं लिखनी होती), उनपे एक-एक करके उन्हें सलेक्ट करके “इन्सर्ट” के ही “लिंक” ऑप्शन पे जायेंगे और लिंक टु: प्लेस इन दिस डाक्युमेंट्स के ऑप्शन में बुकमार्क की गयी उसी हेडिंग को सलेक्ट कर के “ओके” कर देना है। इस तरह पूरी सम्मरी लिंक्ड हो जायेगी, जिससे रीडर इच्छित हेडिंग पर टच कर के मनचाही जगह सीधे पहुंच सकेगा।
अब आइये ईबुक के फिनिशिंग टच पर जो है आपका कवर पेज। पेपरबैक का कवर मुश्किल चीज है, जिसमें कई चीजें रखनी होती हैं जो विशेषज्ञ ही कर सकता है लेकिन ईबुक का सिर्फ फ्रंट कवर ही होता है जो एक आम यूजर भी अपने सब्जेक्ट के हिसाब से फोटोशाॅप, कोरल पर बना सकता है या कैनवा, क्रियेटस्पेस, नोशन या पोथी जैसे किसी भी सेल्फ पब्लिशिंग प्लेटफार्म्स के टूल की मदद से क्रियेट कर सकता है या खुद करना मुश्किल हो तो फाईबर पे किसी फ्रीलांसर से पांच डाॅलर में बनवा सकता है।
तो अब आपकी ईबुक पब्लिश होने के लिये तैयार है। अब इसे सिंपल वर्ड फाइल के रूप में भी सेव कर लीजिये और एक कॉपी सेव एज पीडीऍफ़ भी सेव कर लीजिये, जो इन्स्टामोजो और गूगल प्ले में काम आनी है।

इन्स्टामोजो पे ईबुक कैसे पब्लिश करें/ INSTAMOJO PE E-BOOK KAISE PUBLISH KAREN
तो सबसे पहले गूगल प्ले पे जाइये और साईन अप के प्रोसेस को कंपलीट करके छोड़ दीजिये। उसपे अप्रूवल मिलने में टाईम लगेगा। इसके बाद दिये गये चित्रों के अनुसार इंस्टामोजो पर साईन अप करें। यहां एक चीज ध्यान रखें कि आपको हर जगह इंडीविजुअल की कैटेगरी में अकाउंट बनाना है और अपनी सही-सही डिटेल, बैंक अकाउंट और पैन कार्ड सहित देनी है। इंस्टामोजो पर महीने में दस हजार से ऊपर की लिमिट से पार जाना है तो ही केवाईसी सबमिट करने की ज़रुरत है वर्ना नहीं।
यहाँ आप चाहें तो प्रोफाईल डीपी और कवर फोटो लगा कर अपनी प्रोफाईल को एक प्रोफेशनल लुक दे सकते हैं और न चाहें तो कोई खास जरूरत नहीं। यहां से आप एड प्रोडक्ट पे जायें.. प्रोडक्ट टाईप में डिजिटल चुनें, उसके बाद अपनी पीडीएफ फाईल अपलोड करें, टाईटल, सब टाईटल भरें। एचएसएन कोड भरें, न पता हो तो छोड़ दें। प्राईज भरें, नीचे प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन में विस्तार से अपनी बुक के बारे में लिखें। नीचे कैटेगरी के ऑप्शन से चूज करें कि आपकी किताब किस विषय से सम्बंधित है और उसके नीचे टैग में वे शब्द भर दें जो आपकी किताब के साथ मैच करते हों।
नीचे फिलहाल आपके प्रोडक्ट के हिसाब से एडवांस सेटिंग में कुछ करने की जरूरत नहीं, मगर उसके नीचे एसईओ ऑप्शन में जरूर गूगल सर्च को ध्यान में रखते हुए टाईटल, शार्ट डिस्क्रिप्शन और कीवर्ड्स भरें। ऑप्टीमाइजेशन के लिहाज से कीवर्ड्स बहुत काम की चीज हैं जो आपकी किताब को गूगल सर्च में रैंक करा सकते हैं। तत्पश्चात “एड प्रोडक्ट टु स्टोर” पर क्लिक कर दें.. अब आपकी किताब इंस्टामोजो पर पब्लिश हो चुकी है।

गूगल प्ले बुक पर ईबुक कैसे पब्लिश करें/ GOOGLE PLAY BOOK PAR E-BOOK KAISE PUBLISH KAREN
इसके बाद अपनी मेल से यह कनफर्म कर चुकने के बाद कि आपको अप्रूवल मिल चुका है, गूगल प्ले पर आइये, यहाँ गेट स्टार्टेड पर क्लिक करके साईन अप का प्रोसेस पूरा करें। पब्लिशर टाईप में “सेल्फ पब्लिश राईटर” रखें, पब्लिशर नेम में चाहें तो कोई नाम रख लें या अपना ही दे दें, कंट्री इंडिया, नीचे इंडिया का कोड करके अपना नम्बर भरें और ओके कर दें, अगले पेज पे टर्म्स एंड कंडीशन को एग्री करते हुए आगे बढ़ेंगे तो यहाँ से सीधे होम पेज पर लैंड करेंगे।
यहाँ लेफ्ट साईड में दिये ऑप्शन से आपको बुक कैटेलाॅग पे क्लिक करना है, अगले पेज से “एड बुक” के ऑप्शन पे जाना है। अगले पेज पर सेल ऑप्शन में “सेल बुक ऑन गूगल प्ले” और बुक आईडी में “गेट ए गूगल बुक आईडी” को सलेक्ट करके, सेव कंटीन्यू करके आगे बढ़ जाना है।
अगले सेक्शन में किताब का टाईटल और डिस्क्रिप्शन भरना है। भाषा हिंदी कर दीजिये, पब्लिशर में जो नाम चाहें रख दें, पब्लिकेशन डेट रीसेंट डाल दे, पेज की संख्या भरें, फारमेट ईबुक भरें, सीरीज नेम और नम्बर भरने की जरूरत नहीं, मिनिमम एज 15, मैक्जिमम 18 कर दें, ऑडियेंसेज पर “नो” ही रखें, रिलेटेड बुक को छेड़ने की जरूरत नहीं और सेव एंड कांटीन्यू कर दें।
अगले सेक्शन में कैटेगरी भरनी है जहाँ इच्छित कैटेगरी लिख कर सर्च कर लें, जाॅनर में BISAC ही रहने दें और सेव करते आगे बढ़ जायें। अगले पेज पे अगर कोई कंट्रीब्यूटर है तो उसकी डिटेल दे दें या फिर सेव कर के आगे बढ़ जायें। सेटिंग में डीआरएम “यस” अप्लाई करें, प्रीव्यू 20% रहने दें, काॅपी पेस्ट लिमिट 0 कर के सेव कर दें।
इसके बाद फाईल अपलोड का पेज खुलेगा जहाँ आप अपलोड करते ही नयी पाॅप अप पायेंगे, जिसमें ब्राउज से कवर और पीडीएफ दोनों फाईल अपलोड कर दें। इसके बाद बुक प्राईस का पेज खुलेगा। यहां आपको यह ध्यान देना पड़ेगा कि अगर आप चाहते हैं कि यह बुक सिर्फ भारत में खरीदी जाये तो कंट्री इंडिया सलेक्ट कर के एक प्राईस भर दें या चाहें तो वर्ल्डवाईड रहने दें और वह प्राइस भरें जो ग्लोबली लागू हो, यह थोड़ा मुश्किल स्टेप है क्योंकि सभी देशों में किताबें अलग दाम में बिकती हैं जिनमें काफी फर्क होता है। बहरहाल इसे सेव करेंगे तो थोड़ा वक्त ले कर यह बुक गूगल बुक या प्ले स्टोर पर पब्लिश हो जायेगी।


Written by Ashfaq Ahmad